दिल्ली: प्रगति मैदान इंटीग्रेटेड कोरिडोर परियोजना की नवनिर्मित मुख्य सुरंग को सोमवार सुबह यातायात के लिए खोल दिया गया. लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के एक अधिकारी ने बताया कि यह देखने के लिए एक हफ्ते तक यह सुरंग परीक्षण के आधार पर सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक यातायात के लिए खुली रहेगी कि यह सुविधा कैसे यातायात भार को संभालती है .
यात्रियों के बीच बांटी मिठाई
भारतीय व्यापार संवर्धन संगठन (आईटीपीओ) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सुरंग में वाहनों की आवाजाही आज सुबह शुरू हुई. यातायात पुलिस और पीडब्ल्यूडी अधिकारी यह सुनिश्चित करने के लिए वाहनों की आवाजाही पर करीबी नजर रखेंगे कि सब कुछ सुचारू रूप से चले. विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आम लोगों के लिए यह सुरंग खोले जाने से पूर्व एक छोटी पूजा भी की गयी और यात्रियों के बीच मिठाइयां बांटी गईं. यात्रियों ने सुरंग खोले जाने का स्वागत किया है.
पूर्वी दिल्ली के पटपड़गंज के निवासी शिशिर श्रीवास्तव ने कहा, “आज मैंने नवनिर्मित सुरंग का इस्तेमाल किया और यह इंडिया गेट तक शानदार सफर रहा. सुरंग के कारण मैं भैरोमार्ग, आईटीओ पर जाम से बच गया और जनपथ पर अपने गंतव्य पर पहुंचा.”
पीएम मोदी ने किया उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दिल्ली की पहली सड़क सुरंग और उसके पांच अंडरपास का उद्घाटन किया. प्रगति मैदान इंटीग्रेटेड ट्रांजिट कोरिडोर चार साल में बनकर तैयार हुआ है जिसमें 1.3 किलोमीटर लंबी सुरंग और पांच अंडरपास हैं.
पीडब्लयूडी अधिकारियों ने बताया कि इस गलियारे से पूर्वी दिल्ली, नोएडा एवं गाजियाबाद से इंडिया गेट या मध्य दिल्ली के अन्य क्षेत्रों की ओर सफर करने वाले यात्रियों को आईटीओ, मथुरा रोड एवं भैरोमार्ग पर जाम से निजात मिलेगी. यह सुरंग पुराना किला रोड पर भारतीय राष्ट्रीय खेल परिसर के निकट से शुरू होती है और पुनर्विकसित प्रगित मैदान के नीचे से गुजरती हुई प्रगति मैदान पावर स्टेशन के पास रिंगरोड में जाकर मिल जाती है.
नोएडा से कनॉट प्लेस जाना होगा आसान
अधिकारियों ने समझाया कि इस सुरंग के खुल जाने से नोएडा, गाजियाबाद या पूर्वी दिल्ली से कनॉट प्लेस जाने वाले यात्रियों को आवश्यक रूप से आईटीओ नहीं जाना होगा और वे इस सुरंग के जरिए अपने गंतव्य तक आसानी से पहुंच सकते हैं. पहले यात्रियों को मध्य दिल्ली के क्षेत्रों की ओर जाते समय आइटीओ, मथुरा रोड, भैरों मार्ग पर भारी जाम से जूझना पड़ता था.
यात्रियों का बचेगा समय
इंदिरापुरम निवासी आशिमा गौड़ ने कहा कि सुरंग से यात्रियों का काफी समय बचेगा. उन्होंने कहा आईटीओ और आसपास के इलाकों से गुजरने वाले प्रत्येक वाहन चालक के लिए इस सुरंग का खुलना एक सपने के पूरा होने जैसा है. यह अच्छी बात है कि अब हम इलाके में यातयात जाम से बच सकेंगे और कम समय में अपने गंतव्यों तक पहुंच सकेंगे. प्रगति मैदान इंटीग्रेटेड ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना 920 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाई गई है और यह पूरी तरह से केंद्र सरकार द्वारा वित्त-पोषित है.